Tuesday 1 August 2017

2 लडको की Motivational Stories in Hindi | आपको Boost करने वाली मोटिवेशनल कहानी

आज में आपको ऐसी Motivational stories in hindi बताने जा रहा हूँ जो आपको काफी inspire करेगी| यह एक ऐसी inspirational stories है जो आपको life में कभी ना हार माने उसके लिए प्रेरित करेगी| यह 2 लडको की कहानी है inspirational kahani है जो age में काफी छोटे है पर फिर भी मुस्किलो का सामना कैसे करे वो इनसे सीखना चाहिए| तो आईये जानते है की क्या करा इन लडको ने खेल-खेल में और कैसे यह हमको inspire करेगी| यह एक short stories hai hindi मैं अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगे तो आप comment करके हमको बता सकते हो की आपको यह केसी लगी और इसको आप social media पर शेयर भी कर सकते हो| Karoly Takacs – World की सबसे Best Motivational Story in Hindi India ke 5 Best Motivational Speakers in Hindi Motivational Stories in Hindi for Students यह Motivational Kahani है दो बच्चो कि जो एक गाँव (village) मैं रहते थे| उनसे से एक 6 साल का था और दूसरा 10 साल का| दोनों बहुत अच्छे दोस्त थे बिलकुल शोले के जय और वीरू जैसे:- दोनों हमेशा साथ-साथ खेलते, साथ-साथ लड़ते, साथ-साथ खाते पीते| तो एक दिन वो दोनों गाँव से थोडा दूर निकल गए और खेलते खेलते उनमे से जो बड़ा लड़का था 10 साल वाला वो कुए मैं गिर गया और जोर-जोर से चिकने और चिल्लाने लग गया| क्योंकि उसको तेरना नही आता था| अब जो दूसरा लड़का था छोटा-सा 6 साल का, उसने अपने आस-पास देखा और उसको कोई नजर नही आया उसको कोई नही दिखा| जिससे की वो बुला सके किसीको हेल्प के लिए| अब उसकी नजर पड़ी एक बाल्टी पे जिसपे एक रस्सी बन्दी पड़ी थी| उसने एक second भी खराब नही करा उसने उस बाल्टी को उठा करके उस कुए में फेक दिया और अपने दोस्त को बोला की पकडले इसको| उसके दोस्त से उस बाल्टी को पकड़ा और वो 6 साल का लड़का अपनी पूरी ताकत लगा करके उस बाल्टी को खीचने लग गया| खिचता रहा, खिचता रहा, अपनी पूरी जान लगादी उस लडके ने 6 साल वाले ने और 10 साल वाले लडके ने उस बाल्टी को पकड़ा हुआ था किचता रहा-खिचता था और तब तक नही रुका जब तक उसका दोस्त उस कुए से बहार न आ आया| अब यहा तक तो ठीक था यहा तक तो यह Motivational stories in hindi समझ मैं आती है| लेकिन हुआ क्या की जैसे ही यह दोनों बच्चे, जब दोनों एक हो गए जब बाहर आये आ करके गले मिल रहे है, रो रहे है, खुस हो रहे| एक तरफ से उनको डर भी लग रहा था| डर था की अब गाँव में जायेंगे तो बहुत पिटाई होगी जब बतायेंगे उनको हम की कुए में गिर गए और ये सब चीजे हुई| लेकिन मजे की बात तो यह है की ऐसा कुछ भी नही हुआ| वो जब गाँव गए और जा करके उन्होंने अपने घरवालो को बताया बाकि के गाँव वालो को बताया तो किसीने भी विशवास नही करा पुरे गाँव वालो ने और वो अपनी जगह बिलकुल ठीक थे| क्यूंकि उस लडके में इतनी भी ताकत भी नही थी की वो पानी से भरी हुई बाल्टी को उठा भी सके| तो इतने बड़े लडके को इतनी उपर खिचना बहुत दूर की बात है| लेकिन एक आदमी था उस गाँव मै, उसने विशवास कर लिया| उनको सब रहीम चाचा कहते थे| उस गाँव के सबसे समझदार बुजुर्गो में से एक और सबको लगा की यार यह कभी झूट नही बोलते अगर यह कह रहे है तो जरुर कोई-न-कोई बात होगी जिस वजह से यह सब कह रहे है| और फिर सरे गाँव वाले इकट्टा हो करके उनके पास में गये और जा करके बोले की देखोगी हमको तो कुछ समझ नही आ रहा आप ही बतादो, की ऐसा कैसे हो सकता है| तो उनको हसी आ गयी| वो बोले की यार इसमें में क्या बताऊ, वो लड़का बता तो रहा है की उसने यह कैसे किया| बाल्टी तो उठा करके उसने कुए मैं फेका, उसके दोस्त से बाल्टी को पकड़ा, उसने रस्सी को खीचा और अपने दोस्त को बचा लिया तो आपको पता तो है उसने कैसे किया बच्चा बता तो रहा है इसमें में क्या बताऊ सारे गाँव वाले उनकी शक्ल देखरे फिर कुछ देर बाद वो बोले की सवाल यह नही है की वो छोटा-सा बच्चा यह कैसे कर पाया? सवाल यह है की वो यह क्यों कर पाया? की उसके अन्दर इतनी ताकत कहा से आयी और बोले इसका सिर्फ एक जवाब है सिर्फ एक की जिस समय उस लड़ने ने यह किया, उस time पे उस जगह पर दूर-दूर तक कोई भी नही था उस लडके को यह बताने वाला की तू यह नही कर सकता| उधर कोई नही था कोई नही यहा तक की वो खुद भी नही, वो खुद भी नही वैसे तो सब लोगो का अपना-अपना ओपिनियन होता है की आपको यह स्टोरी पडकर क्या सिखने को मिला| पर मैं आशा करता हूँ की आपने इस स्टोरी को positive way मैं लिया होगा और बहुत कुछ सिखा होगा| की अगर आपको अपने उपर पूरा भरोसा है तो दुनिया की कोई ताकत नही है जो आपको रोक सके| आप खुद भी नही 🙂

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