Tuesday 8 August 2017

इंसान की प्रवृत्ति से ही उसके वास्तविक गुनो की गिनती होती है. प्रवृत्ति में ही आशावाद या निराशावाद के बीज़ छिपे होते है. संशाओ परिस्थितियों के प्रति इंसान का व्यवहार ओर नज़रिया एक खुश और एक नाखुश इंसान के बीच सबसे बड़ा अंतर पैदा करता है. लेकिन सवाल यह है की हम अपने आपको परिवर्तन करे तो करे कैसे ? अपने विचार कैसे रखे ? आपके इसी समस्या को समाधान करने के लिए हम आज कुछ दमदार और सरल ट्रिक्स लेकर आए है. जिसे पढ़कर आप लोग अपने अंदर की बड़ी खूबियों को बाहर निकल पाएंगे और अपने आपको बड़ी आसानी से परिवर्तन कर पाएंगे. तो आइए जान लेते है की किन किन तरीको को अपनाकर हम अपने आप को परिवर्तित कर सकते है.

अपने विचार कैसे रखे – टिप्स

अपने आप पर नियंत्रण रखे

आपको यह कोशिश करनी होगी की कैसे आप अपने आप पर नियंत्रण रखे. हालत चाहे जैसे भी हो आपको वही फ़ैसला लेना है जो सही हो. कभी कभी हमारा मन हमसे वो करने को कहता है जो ग़लत है लेकिन फिर भी हम अपने आपको उस काम को करने से रोक नही पाते. इसलिए हमे खुदपर नियंत्रण रखने की कोशिश करनी चाहिए ताकि ज़रूरत पड़ने पर हम अपने आपको आसानी से परिवर्तित कर सके.

अपने फ़ैसले पर अटल रहे

आप जो भी फ़ैसला ले उस फ़ैसले पर हमेशा अटल रहे यानी की एक पल फ़ैसला लेकर दूसरे ही पल उसे ना बदले. अगर आप बार बार अपने फ़ैसले को बदलते है तो समझ लीजिए की आपका स्वभाव बहुत चंचल है और ऐसे स्वभाव के लोगो के लिए किसी भी काम को गंभीरता के साथ करना काफ़ी मुश्किल होता है. खुद में परिवर्तन करना एक बहुत ही सेन्सिटिव मामला है इसलिए आपको अपने स्वभाव में थोड़ी सी गंभीरता लाने की ज़रूरत है ताकि ज़रूरत पड़ने पर आप बड़ी आसानी से खुद को परिवर्तित कर सके.

हौसला रखे

खुद में परिवर्तन करना कोई आसान काम नही है. इस काम को करना सब के बस की बात भी नही है. इसके लिए काफ़ी हिम्मत और हौसला रखने की ज़रूरत होती है. अगर आपको भी कभी ऐसा फील हो की आपके अंदर कोई बुरी आदत है और आपको खुद को बदलने की ज़रूरत है तो आप कभी भी हौसला मत छोड़िए. अपने आपको परिवर्तन करने की कोशिश आपके लिए काफ़ी मुश्किल साबित हो सकती है लेकिन अगर आप हिम्मत और हौसले के साथ आगे बढ़ेंगे तो आप निश्चय ही अपने आप को परिवर्तन करने में कामयाब हो जाएँगे.

ईगो को दूर रखे

कभी कभी हमारी ईगो ही हम पर इतनी हावी हो जाती है की हम सही और ग़लत में फ़र्क ही नही कर पाते. अगर हम कुच्छ ऐसा करते है जो ग़लत हो और कोई दूसरा इंसान हमे यह एहसास भी दिलाता है की हम ग़लत है, फिर भी अपने ईगो के चक्कर में हम उस इंसान की बातो को नज़र अंदाज़ कर देते है. ऐसे हालत में खुद को परिवर्तन करना तो दूर की बात है. इसलिए हमे अपने ईगो को खुद पर कभी भारी नही होने देना चाहिए ताकि ज़रूरत पड़ने पर अपने आप को आसानी से परिवर्तन कर सके.

सकारात्मक सुझाव

अगर आप सोच रहे है कि अपने विचार कैसे रखे तोह नीचे दिए गये सकारात्मक सुज़ाव आपको बहुत फयदेमंद हो सकते है.

सुझाव 1 : यह सही है की हर समय हर कोई खुश नही रह सकता है. लेकिन कठिन से कठिन परिस्थितीयो में भी खुशियों को निचोड़ लेने का आत्मविश्वास होना चाहिए.

सुझाव 2 : निराशावादी लोगों को विभिन्‍न वस्तुओं या परिस्थितियों के प्रति नज़रिए में परिवर्तन लाना चाहिए.

सुझाव 3 : आए दिन हम सभी किसी ना किसी टॉपिक पर नाराज़ तो होते ही है. कभी कभी इस कारण पूरा दिन खराब हो जाता है. लेकिन बहतर सोच और समय के साथ भयंकर प्रतीत होने वाली घटनाएं भी छोटी लगने लगती है.

सुझाव 4 : परिवार में किसी प्रिय की मृत्यु या कोई बड़ी दुर्घटना हो जाने पर ऐसा लगता है की मानो पहाड़ टूट गया हो. किंतु समय गुजरने के बाद इसका असर कम होता जाता है. धीरे धीरे हम इस बात को स्वीकार कर लेते है की इस तरह की घटनाओं को टाला नही जा सकता.

सुझाव 5 : एक बूरा बॉस या झगड़ालु पत्नी या पति आपको थोड़े समय के लिए परेशान कर सकते है. लेकिन जब आप जीवन के प्रति सकारात्मक नज़रिया अपना लेते है तो किसी भी मुश्किल परिस्थितियों से निकलना मुश्किल नही होता.

सुझाव 6 : प्रतिकूल परिस्थितियों निपटाने का अच्छा तरीका यह है की आप सकारात्मक और विजय प्राप्ता करने वाले विचारो से काम ले.

सुझाव 7 : सकारात्मक विचारो पर अडिग रहने का मतलब होता है आधी जंग जीत लेना. सकारात्मक विचारो को अपनाकर ही सफलता और असफलता के बीच अंतर को बाँट सकते है.

सुझाव 8 : ज़रूरी नही है की हर परिस्थितियों में सफलता ही मिले. लेकिन हर परिस्थितियों से लाभ तो लिया ही जा सकता है. सकारात्मक स्वभाव हमे सभी तरह की परिस्थितियों से मूल्यांकन की क्षमता प्रदान करता है.

सुझाव 9 : वही दूसरी तरफ नकारात्मक सोच बड़ी बड़ी बाधाएँ खड़ी कर देता है. कई बार ये बाधाएँ वास्तविक होती है तो कई बार मात्र काल्पनिक होती

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